Śrīkoṣa
Chapter 23

Verse 23.17

अनादिनिधनां देवीमहंतां पुरुषोत्तमीम्(पुरुषोत्तमाम् A. B. C. D.)।
पाशाङ्‌कुशधरां देवीं पद्मिनीं पद्ममालिनीम् ॥ 19 ॥