Śrīkoṣa
Chapter 4

Verse 4.55

गुणत्रयमधिष्ठात्री त्रिगुणा परिकीर्तिता।
(गुणैर्वैषम्य A. B. C. D.)गुणवैषम्यसर्गाय प्रवृत्ताहं सिसृक्षया ॥ 55 ॥