Śrīkoṣa
Chapter 5

Verse 5.13

उमा(महा A. B. C. D.) गौरी सती चण्डा तत्र स्त्री सुभगा सती।
ब्रह्मणस्तु त्रयी पत्नी सा बभूव ममाज्ञया ॥ 13 ॥