Śrīkoṣa
Chapter 47

Verse 47.31

लिखितं पूर्ववद्बद्ध्वा हस्ते वा दक्षिणे करे।
प्राप्नुयान्महतीं कीर्तिं (F. omits eight quarters from here.)पूजामृद्धिं सरस्वतीम् ॥ 33 ॥