Śrīkoṣa
Chapter 49

Verse 49.62

आच्छाद्य नववस्रेण विप्रैरध्यापयेत् सह।
विमलैर्धर्मतत्त्वज्ञैस्रयीसात्त्वतशास्त्रयोः ॥ 69 ॥