Śrīkoṣa
Chapter 8

Verse 8.7

तदिदं सकलं ब्रह्म नारायणमनुत्तरम्(अहं भवत् A. F.; अनुत्तमम् E. I.)।
(F. omits 4 lines from here.) अविद्याविधुरानन्दस्वच्छस्वच्छन्दिचद्धनम् ॥ 7 ॥