Śrīkoṣa
Chapter 9

Verse 9.15

योगनिद्रा हरेरुक्ता या सा देवी दुरत्यया।
(महाकाल्यास्तनुं B. C. E. I.)महाकालीतनुं विद्धि तां मां देवीं सनातनीम् ॥ 15 ॥