Śrīkoṣa
Chapter 4

Verse 4.68

पुष्पयागोत्सवांत प्रणयकल्हारोत्सवेदेवीसहित भगवद्दर्शन फल निरूपणं
पुष्पयागोत्सवदिनेदेवस्य(जगतांपतेः)मधुविद्विषः।
अंतेतुप्रणयकलह महोत्सववर्णेद्विजाः।। 68