Śrīkoṣa
Chapter 4

Verse 4.151

दर्शतेयस्तुसद्भक्त्या प्राप्नोतिपरमांगतिं।
श्रीहरि नाम संकीर्तन श्रवणादिक फल निरूपणं
नामसंकीर्तनंचैव श्रवणंचथरातले।। 151