Śrīkoṣa
Chapter 5

Verse 5.51

इतिविज्ञाप्य देवेशं पुष्पमाल्यादिभिस्तदा।
धर्मकर्तृ सम्मान विधिःभगवद्द्रव्याभरणादिकगणन निवेदनं सेविक प्रदर्शंच
सम्मनितो भ वेद्धर्श पालकः प्रतिवासरं।। 51