Śrīkoṣa
Chapter 16

Verse 16.23

मया कृतो यस्य दीक्षा सोऽहमेव न संशयः।
दीक्षा सा त्रिविधा प्रोक्ता स्थूला सूक्ष्मा परा तथा।। 16.23 ।।