Śrīkoṣa
Chapter 19

Verse 19.32

प्रत्येकमुत्तमा संख्या षट्‌त्रिंशो मध्यमा रमे।
षोडश स्युर्हीनसंख्या त्वष्टौ हीनमतो नहि।। 19.32 ।।