Śrīkoṣa
Chapter 23

Verse 23.6

दर्भमुद्रां प्रदर्श्याथ गन्धतोयेन सर्वेतः।
संप्रोक्ष्य पुंसा विश्वेन विकिरेदक्षतान् रमे।। 23.6 ।।