Śrīkoṣa
Chapter 23

Verse 23.47

शम्यपामार्गखदिरसमिद्भिस्तदनन्तरम्।
मूलमन्त्रेण तन्मन्त्रवर्णमेकैकमुच्चरन्।। 23.47 ।।