Śrīkoṣa
Chapter 27

Verse 27.41

अर्ध्यादिभिः समभ्यर्च्य मुद्गान्नादि निवेदयेत्।
देवस्य पृष्ठभागस्थो गुरुर्मूर्ध्न्युपरि प्रभोः।। 27.41 ।।