Śrīkoṣa
Chapter 29

Verse 29.106

पुत्रकामोऽपराह्णे तु धनार्थी रजनीमुखे।
प्राह्णे रात्रौ च मोक्षार्थी वासुदेवं यजेद्रमे।। 29.106 ।।