Śrīkoṣa
Chapter 29

Verse 29.136

प्रबोध्य विविधैः स्तोत्रैर्मूले शक्तिं नियोजयेत्।
स्थलशुद्धिं समारभ्य भूतशुद्ध्यन्तमाचरेत्।। 29.136 ।।