Śrīkoṣa
Chapter 1

Verse 1.30

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नमो हिरण्यगर्भादिस्रष्ट्र ब्रह्मस्वरूपिणे।
नमः पद्मासमेताय भक्तरक्षणमूर्तये।। 1.30 ।।