Śrīkoṣa
Chapter 29

Verse 29.218

पूजामात्रं प्रत्यहं स्यात् न होमो न बलिक्रिया।
नित्योत्सवश्च नैव स्यादिति शास्त्रविदो विदुः।। 29.218 ।।