Śrīkoṣa
Chapter 33

Verse 33.40

ततो बिम्बादुत्सवार्थे बिम्बे संप्रार्थयेद्धरिम्।
चतुःस्थानार्चनार्थाय बिम्बेऽस्मिन् संनिधिं कुरु।। 33.40 ।।