Śrīkoṣa
Chapter 36

Verse 36.97

कृत्वा होमं प्रकुर्वीत मानोन्मानविशुद्धये।
तत्त्वन्यासादिहोमांश्च कुर्यान्मन्त्रैश्च देशिकः।। 35.97 ।।