Śrīkoṣa
Chapter 46

Verse 46.73

निक्षिप्य पादुकां चैव भूमौ भक्तान्निवेशयेत्।
तैरुक्ताभिर्गाधिकाभिस्तोषयेद् भक्तवत्सलम्।। 46.73 ।।