Śrīkoṣa
Chapter 48

Verse 48.5

प्रजा विन्दन्ति नितरां दीर्घमायुः प्रजा भुवि।
तमुत्सवं प्रवक्ष्यामि वृद्धिदं सर्वदेहिनाम्।। 48.5 ।।