Śrīkoṣa
Chapter 48

Verse 48.26

प्रार्थयेच्च ततो देवी वसुधां वसुदायिनीम्।
देवि त्वद्धस्तकल्हार कुसुमैरर्चयेद् विभुम्।। 48.26 ।।