Śrīkoṣa
Chapter 49

Verse 49.179

पूर्वोक्तविधिमाचर्य सहस्राराधनं चरेत्।
मूलार्चा यदि वा वस्त्रैश्चित्रैर्वा मृण्मयैस्तु वा।। 49.179 ।।