Śrīkoṣa
Chapter 49

Verse 49.207

[तत्तत्कर्मार्थबिम्बे तु तत्र संनिहिते सति।
तत्तत्कर्मविशेषाणां व्यत्ययं न समाचरेत्।। 49.207 ।।