Śrīkoṣa
Chapter 49

Verse 49.342

आप्यायनार्थी पूर्वाह्णे धर्मार्थी मध्यमे निशि।
रिपुक्षयार्थी मध्याह्ने संध्यायां सर्वशान्तिमत्।। 49.342 ।।