Śrīkoṣa
Chapter 49

Verse 49.425

आवाह्य प्रोक्षयेत्तत्तत्समाधाय गुरूत्तमः।
प्रतिमा चैव तत्पीठं प्रासादो गर्भमन्दिरम्।। 49.425 ।।