Śrīkoṣa
Chapter 51

Verse 51.37

पाशाङ्कुशधरां देवीं पद्मिनीं पद्ममालिनीम्।
प्रसन्नां पद्मगर्भाभां सर्वलोकैकजीविकाम्।। 51.37 ।।