Śrīkoṣa
Chapter 52

Verse 52.97

यजेत पूर्ववद्धोमं कुर्यात् पूर्वोक्तसंख्यया।
मिताहारोऽनन्यधीश्च लक्षमष्टौ जपेन्मनुम्।। 52.97 ।।