Śrīkoṣa
Chapter 4

Verse 4.7

परार्थाऽचेतनासूक्ष्मा त्रिगुणा नित्यविक्रिया।
प्रकृतिर्गुणभेदात् तु बुद्ध्यादिविकृतिस्त्रिधा॥ 4.7 ॥