Śrīkoṣa
Chapter 7

Verse 7.13

योनिमुद्रा त्वियं प्रोक्ता वैष्णवी भुक्तिमुक्तिदा।
दर्शयेद् देवदेवस्य बद्‌ध्वा पद्मासनं पुरः॥ 7.13 ॥