Śrīkoṣa
Chapter 10

Verse 10.84

विलाप्य ज्ञानयोगेन दद्यात् पूर्णाहुतिं बुधः।
निर्वामे प्रकृतिं दग्ध्वा सन्दध्यात् पूर्णया परे॥ 10.85 ॥