Śrīkoṣa
Chapter 12

Verse 12.3

बहुपांसुरशुष्काम्बुः क्षिप्रं व्रीह्यादिरोहणा।
प्रदक्षिणजला श्रेष्ठा समा शीतोष्णकालयोः॥ 12.3 ॥