Śrīkoṣa
Chapter 20

Verse 20.259

परिषिच्यादि मन्त्रेण पाणिं दद्यात्तु पाणिना (?) ।
दद्यात्तद्दक्षिणे हस्ते हविःप्राशनमुद्रया ॥ २०।२५९ ॥