Śrīkoṣa
Chapter 11

Verse 11.150

पीताम्बरसमायुक्तं चतुर्बाहुं किरीटिनम् ।
एवं ध्यायेन्मुनिश्रेष्ठ भुक्तिमुक्तिप्रदं हरिम् ॥ ११।१५० ॥